Monday, August 29, 2016

Lal Kitab Horoscope Analysis-10


जन्मपत्री विश्लेषण

जन्म तिथि: 01-06-1990 जन्म समय: 10:02 PM जन्म स्थान: दिल्ली 

सामुद्रिक अनुसार ग्रह कुंडली के खाने:
1. अँगुलियों पर तीन चक्कर और एक सदफ (दोनों हाथ की) अतः बृहस्पति खाना नंबर 7 में (विशेष: किस्मत रेखा के शुरू में शाख शुक्कर के बुर्ज में जाती हुई)
2. सूरज रेखा सूरज के बुर्ज के अन्दर अन्दर ही मौजूद अतः सूरज खाना नंबर 5 में 
3. दिल रेखा शनि के बुर्ज की जड़ तक अतः चन्द्र को खाना नंबर 10 मिला 
4. शुक्र से रेखा किस्मत रेखा से शुरू में मिलती हुई अतः शुक्र को खाना नंबर 9 मिला 
5. मंगल नेक हथेली पर कहीं भी मौजूद नहीं मगर मंगल बद का त्रिकोण सर रेखा के आखीर पर अतः मंगल बद खाना नंबर 8 में 
6. सर रेखा मंगल के बुर्ज से शुरू अतः बुध को खाना नंबर 3 मिला 
7. शनि और बृहस्पत का बुर्ज दो शाखी से मिलता हुआ अतः शनि को खाना नंबर 2 दिया 

टेवा दुरुस्ती के बाद विश्लेषण:

पितृ ऋण
जन्म कुंडली अनुसार शनि राहू खाना नंबर 2 एवं बुध शुक्र खाना नंबर 5 में अतः पितृ ऋण है जिसके लिए कुल खानदान के हरेक मेम्बर जहाँ तक भी खून का सीधा सम्बन्ध हो हरेक से एक एक पैसा वसूल करके धर्म मंदिर में एक ही दिन दे और साथ ही घर के पास सबसे नज़दीक जो पीपल का पेड़ हो 43 हफ्ते उसकी पालना करें 

फलादेश 

सूरज 6 और शनि 2 अब मंगल भी बद और राहू नीच होगा, सूरज शनि के मुश्तरका (इकठ्ठे) असर से ऐसे व्यक्ति का हाल बन्दर और बये जैसा होगा (बये ने घोसला बनाया और बन्दर को नसीहत दी तो बन्दर ने बये का घोसला भी तोड़ दिया) दोनों ग्रह ज्यादा से ज्यादा 36 साल उम्र तक अशुभ फल देंगे l इश्क मुहब्बत या अमानत में खयानत या बेईमानी से शुक्कर यानि की गृहस्थ और स्त्री दोनों बर्बाद होंगे l तालीम और इल्म का कोई ख़ास नेक फल नहीं मिलेगा l सूरज और शनि की लडाई में किस्मत की जमा तफरीक (जोड़-घटाव) बराबर होगी l घर में शनि से सम्बंधित सामान जैसे की बंद लोहे का बाक्स, लोहा लकड़ी आदि या कीकर का पेड़ घर के साथ लगता हो तो भी शनि अशुभ फल देगा जिससे जवानी में तकलीफ सेहत की खराबी और राज दरबार की कमाई बर्बाद होगी l सूरज-शनि का मुश्तरका असर अमूमन उम्र के 22-23-34-35 & 36 to 41 सालों में प्रबल होगा l 

सूरज पर शनि और राहू की दृष्टि से किस्मत के सूरज पर ग्रहण का नज़ारा अधिकतम 45 साल उम्र तक होगा और उसके बाद ही सूरज और किस्मत की रौशनी की चमक बहाल होगी l चूंकि कुंडली में शुक्कर और बुध इकठ्ठे हैं अतः अब सूरज ग्रहण का अधिक बुरा असर नहीं होगा l राज दरबार से किसी न किसी तरह मदद मिलती रहेगी और धन की आमदनी होती रहेगी l नानके परिवार का मंदा हाल नानके परिवार में कोई व्यक्ति आला अफसर या सूरज की तरह बुलंद मगर शनि राहू की स्याही से उसके सूरज को ग्रहण लगा होना निशानी है की कुंडली में सूरज को शनि राहू से ग्रहण लगा है l 

चन्द्र 10 और मंगल 4 दोनों के फल से श्रेष्ठ धन योग मगर कुंडली में ऋण पितृ की वजह से कोई लाभ नहीं मिलेगा अतः ऋण पितृ का उपाय अत्यंत ज़रूरी है l दोनों ग्रह 33 साल उम्र तक इकठ्ठे फल देंगे l चूंकि हथेली पर भी मंगल बद मौजूद है अतः ज़हरीले जानवर या हथ्यार से खतरा होगा l इन दोनों ग्रहों से शुभ फल पाने के लिए शनि को नेक रखना अत्यंत ज़रूरी जिसके लिए सारी उम्र शराब और मीट से दूर रहें l 

शुक्कर-बुध (मसनुई सूरज) दोनों खाना नंबर 5 में और हथेली में सूरज नंबर 5 की रेखा मौजूद है l दोनों ग्रहों का 22 साल उम्र तक इकठ्ठा फल होगा l ऐसा व्यक्ति बहुत छोटी उम्र में ही काम पर लग जायेगा मगर तरक्की की शर्त नहीं l औलाद पर कोई बुरा असर नहीं होगा l 

शनि-राहू मुश्तरका (इकठ्ठे) अधिक से अधिक 39 साल उम्र तक अशुभ फल देंगे उसके बाद इन दोनों की जोड़ी जैसे सांप की मणि होगी (इच्छाधारी) हरेक की मदद करने वाला l जिस्म के दायें हिस्से पर पदम् का निशान नेक फल देगा मगर 39 साल उम्र से पहले बुजुर्गों की दौलत और शान को ग्रहण लगा होगा l भुने हुए या तले हुए बादाम खाना निहायत ही अशुभ फल देगा l 

बृहस्पत जनम कुंडली और सामुद्रिक कुंडली अनुसार खाना नंबर 7 में अकेला और इसकी जड़ में दुश्मन ग्रह (श-रा-बू-शु) इसकी जड़ को ख़राब करते हुए अतः बृहस्पत का कोई नेक फल न होगा l बृहस्पत अब इस घर में खाली फोकी हवा होगा और आवारा साधू के साथ से और भी अशुभ फल देगा l दूध-दही के कारोबार मुबारक फल देंगे l पिछले जनम का साधू होगा मगर घर में कुत्ते से भी कम कीमत होगी l नर औलाद से अमूमन महरूम या दुखी ही होगा l धर्म के कामों में हमेशा आगे रहने वाला, चन्द्र नेक हुआ तो माया दौलत की तरक्की होगी मगर चन्द्र नेक नहीं है अतः चन्द्र को नेक करना ज़रूरी है l औरत (पत्नी) के जहेज (दहेज़) का सामान बरकत देगा या औरत रोज़ जहेज देने वाली (कमाऊ) होगी l 34 साल उम्र तक दुनियावी आराम माया दौलत और औलाद के लिए परेशानी रहेगी या ज्यादा से ज्यादा 45 तक, आखरी वक़्त क़र्ज़ छोड़कर न जायेगा l घर में मंदिर रखकर घंटियाँ बजाने से औलाद की किल्लत होगी l अतः घर में मंदिर न रखे खासकर मूर्तियाँ आदि फोटो का कोई वहम नहीं मगर पूजा करते समय घंटियाँ आदि बिलकुल न बजाये l चूंकि बृहस्पत सोया हुआ है अतः दूसरों के लिए आप भाग्यशाली होंगे मगर अपने लिए मेहनत करके ही रोटी नसीब होगी l भाई आदि मददगार नहीं होंगे l घर में ताबीज होने पर बृहस्पति (इज्ज़त दौलत) ख़ाक और मंदिर रखने से औलाद दुखी होगी l

उपरोक्त फल बृहस्पत के सालों में 4-8-16 से 21 या 51 से 56 साल उम्र में अथवा 12-13-25-37-60-64-73 वे साल में मिलेगा l

सूरज जनम कुंडली अनुसार खाना नंबर 6 में और सामुद्रिक अनुसार खाना नंबर 5 में अतः सूरज का दोनों घरों का मिलाजुला फल होगा l हालाँकि सूरज की जड़ मज़बूत है मगर शनि एवं राहू से दृष्ट होने के कारण सूरज को ग्रहण लगा हुआ है l औलाद के पैदा होने के दिन से तरक्की और बरकत होगी l हठधर्मिता और रंजिश रखने से सूरज का असर अशुभ होगा l रिजक कभी बंद न होगा किस्मत पर सब्र करने वाला होगा l गर्म तबियत, रसूख व पसंदीदगी का मालिक होगा औरत की परवाह न करने वाला होगा l पैदाइश के वक़्त वाल्दैनी (माता-पिता) हालत घर बार राजस्थान (रेत) जो की औलाद पैदा होने के दिन से बहाल होगा l दुनियावी तीन कुत्तों (बहन घर भाई कुत्ता, सोहरे घर जवाई, नानके घर दोता कुत्ता) में से किसी एक की पालना करने से नेक फल होगा l मकान की पिछली दीवार (पश्चिमी) तोड़कर रौशनी करना या हठधर्मी (जिद्दीपन) अपनाना सेहत और आराम में आग लगा देंगे l सेहत और औलाद पर अशुभ असर के वक़्त बन्दर को गुड दे l सूरज का उपरोक्त फल 22-23-57-58-11-13-29-41-53-63-75 वे साल उम्र में मिलेगा l

चन्द्र खाना नंबर 10 में, इस घर में चन्द्र को ज़हरीला दूध कहा गया है अर्थात विद्या का कोई नेक फल न मिल सकेगा l किस्मत की बेडी अधिक से अधिक 42 या 45 के बाद मंजिल तक पहुंच ही जाएगी l तेज़ याददाश्त का मालिक होगा, लम्बी उम्र का मालिक होगा l माता की सेहत और धन की बरकत के लिए ऊपर दिया उपाय बहुत ज़रूरी है l चन्द्र का अशुभ फल 6-15-24-30-38-51-59-69-74 साल उम्र में मिलेगा जिसके लिए दिया गया उपाय काम आएगा l 

शुक्कर जनम कुंडली अनुसार खाना 5 में और सामुद्रिक अनुसार खाना 9 में (खाना 9 में शुक्कर मंगल बद माना है) ऐसा व्यक्ति भरे पूरे परिवार का मालिक होगा खासकर शादी के बाद रिजक कभी बंद न होगा l वतन और परिवार से प्रेम करने वाला होगा सूफी हुआ तो किस्मत की नाव भवसागर से पार हो जाएगी मगर यदि गंदे इश्क में पड़ा तो दरख्त में फंसे हुए पतंग जैसा हाल होगा l स्त्री भाग्यशाली होगी चाल चलन पर काबू रखने से किस्मत नेक और बुलंद होगी l मंदा चाल चलन मंदी किस्मत और धन हानि का बहाना होंगे l माता पिता की मर्जी के खिलाफ की गयी शादी से पैदा होने वाली औलाद ऐसे व्यक्ति को बाप ना कहेगी ना मानेगी और ना ही उसके काम आएगी l गौ-माता की सेवा करने से घर में धन दौलत की बरकत होगी l शुक्कर का असर अमूमन 25 से 27 या फिर 14-34-46-58-70 साल उम्र में होगा l

मंगल खाना नंबर 4 और सामुद्रिक अनुसार खाना नंबर 8 में अतः मंगल बद है मगर शनि राहू मुश्तरका और सूरज खाना नंबर 6 में मंगल बद नहीं होने देंगे मगर मांगलिक फिर भी होगा l ऐसा व्यक्ति शरारत का माकूल जवाब देने वाला दिल का साफ़ और सच्चा होगा l मकान के अन्दर तहखाना या दक्षिण मुखी मकान हो, घर से बाहर जाते वक़्त आग दायें और पानी बाए हो, मकान के ऊपर कीकर-बेरी का साया हो, या पीपल मकान में या मकान के साथ हो, घर के आस पास कोई भट्टी या हलवाई की दूकान या आग के कारोबार या मकान के अन्दर कब्र या साथ लगता कब्रिस्तान हो या किसी बे-औलाद की जगह लेकर या कुँए के ऊपर छत डालकर मकान बनाया गया हो तो फिर मंगल बद का अशुभ असर पूरे जोर पर होगा l ऐसे में बुध यानि कारोबार बर्बाद, बहन या बुआ बेवा, धन और परिवार दोनों पर अशुभ असर होगा ताए चाचे से झगडा होगा l मंगल का असर अमूमन 28 से 33 या फिर 5-6-13-17-26-29-38-41-53-55-62-65-74 साल उम्र में होगा l

बुध खाना नंबर 5 में और सामुद्रिक अनुसार नंबर 3 में, नंबर 5 व 3 दोनों जगह बुध मंदा है मगर नंबर 3 में बुध ज्यादा मंदा माना गया है l मूंह से अचानक निकली बात सच होगी, राजदरबारी ताल्लुक में किस्मत में रेत समान होगा 34 साल उम्र के बाद किस्मत बुलंद होगी l घर गौ-घाट हो तो गृहस्थ औलाद औरत और राजदरबार तीनो का नेक फल मिलेगा l जद्दी मकान का सुख होगा l 

शनि खाना नंबर 2, इस घर में शनि दो आँख से नंबर 8 व नंबर 12 के ग्रह को देखेगा l ऐसे व्यक्ति में ज़िन्दगी में बढ़ने की तरक्की पाने की ख्वाहिश प्रबल होगी l बात को मूंह की हवा से ताड़ लेगा l एक मूसाम से तीन बाल पैदा हो तो खुदा परस्त और पूजा पाठी होगा l बृहस्पति नंबर 7 का उपाय करने से धन दौलत की बरकत होगी l 39 या अधिक से अधिक 42 साल उम्र के बाद ज़मीन जायदाद का नेक फल मिलेगा l उम्दा सेहत होगी, धर्म स्थान में कम जाने वाला, अक्ल में वजीर, सुखी रहम दिल, किसी को दुःख न देने वाला, ज़मीन जायदाद का मालिक होगा l खुद मुख्तारी या नम्बरदारी या खुद काम करने के दिन से उम्दा हालत आई चलाई बराबर होगी l माता का सुख और उनकी लम्बी उम्र होगी l मकान जैसा बने और जब बने बनने दे मुबारक होगा l 

राहू खाना नंबर 2  घर में चोरी के वाकया आम होंगे या घर में चोरी अवश्य होगी किस्मत की दो रंगी हालत कभी शाह कभी फ़क़ीर मगर फिर भी लम्बी उम्र, भली गुजरान और उम्दा सेहत होगी l 

केतु खाना 8 में अमूमन औलाद देरी से देता है l अपनी खुद की उम्र लम्बी होगी l मौत की आहट का पहले ही पता चल जायेगा l मंदा चाल चलन औरत की सेहत ख़राब करेगा अतः दूर रहे l 26 वे साल से केतु अपना अशुभ फल देगा l पेशाब सम्बन्धी कोई रोग रहने की संभावना 

बृहस्पत 16 साल असर देगा मगर ऋण पितृ से बृहस्पत का कोई नेक असर नहीं, सूरज 22 साल उम्र तक चलता है मगर सूरज को ग्रहण, चन्द्र 24 तक चलेगा मगर मंगल बद से दुखी, शुक्कर 27 तक असर देगा मगर उसके घर में पहले से बृहस्पत मौजूद, मंगल 28 तक चला मगर मंगल भी बद है, बुध 34-35 तक रहेगा बुध घर में बृहस्पत बैठा है बचे शनि राहू केतु अधिक से अधिक 45 तक मंदे उसके बाद किस्मत का सूरज उदय होगा, जंगल में मंगल|

"दुनियावी हिसाब किताब है, कोई दावा-ए-खुदाई नहीं" (lalkitabguruji.com)