Native's Birth Details:
29-05-1995 (6:45
am) Hissar
मंगल खाना नंबर
३ (असर का
वक़्त २८ से
३३)- बहन अथवा
भाई ज़रूर होंगे।
लोगों के लिए
आप फलों का
जंगल मगर अपने
लिए हनुमान जी
जिसे खुद अपनी
ताकत का पता
नहीं। शिव जी
कि तरह तारने
वाला और दयालु
होगा। लम्बी उम्र,
हौसले वाला, उत्तम
नज़र, सबका दोस्त
और मददगार होगा।
आपके आने से
ससुराल घर अमीर
होगा। राहु अब
बुरा फल नहीं
देगा सुखी गृहस्थ
होगा। बीमारी से
हमेशा बचाव होगा
उम्दा सेहत, मकान
दौलत हर तरफ
से सुखी होगा।
राहु खाना नंबर
५ (असर का
वक़्त ४२ से
४७ साल)- अब
राहु अशुभ फल
नहीं देगा बल्कि
मंगल शनि कि
परस्पर दृष्टि के प्रभाव
से उच्च फल
देगा। धर्म, मर्यादा,
इज़ज़त, अक्ल, आमदन,
माया, दौलत सबका
फल उत्तम होगा,
बुद्धिमान, सेहतमंद, और राजदरबार
से ताल्लुक बरकत
पर बरकत देगा
(अगर खुद कारोबार
करने वाला हो)
माता के ज़िंदा
रहने तक औलाद,
धन कि बरकत
होती रहेगी।
बृहस्पति खाना नंबर
६ (असर का
वक़्त १६ साल
उम्र तक)- अब
३४ साल उम्र
तक बृहस्पत का
नेक असर होगा
उसके बाद मंदा
हो जाये तो
हो जाये। हर
चीज़ बिना मांगे
हाज़िर होगी। पिता
भी दानवीर होगा
और बहुत इज़ज़त
मान वाला और
धनवान होगा। आपके
लिए हिदायत है
कि आप मुफतखोरी
से बचे अतः
किसी से भी
कोई गिफ्ट या
कोई चीज़ मुफ्त
ना लेवे। आपके
जनम के बाद
नानके परिवार कि
भी तरक्की होगी।
आप स्वयं निहायत
उत्तम हस्ती और
बा-इज़ज़त ज़िन्दगी
के मालिक होंगे।
शनि खाना नंबर
९ (असर का
वक़्त ३६ से
३९ साल उम्र)-
नंबर ९ के
शनि को मर्द
और मकान वास्ते
विधाता कि कलम
कहा गया है
यानि मकान का
पूरा सुख और
गृहस्थ का पूरा
सुख होगा। सफ़र
के सामान और
मकान से सम्बंधित
तालीम में कामयाब
होंगे। भरा पूरा
परिवार, ज़मीन जायदाद
का सुख, लम्बी
उम्र और माता
पिता का पूरा
सुख होगा। परोपकारी
होने पर शनि
सारी उम्र नेक
फल देगा।
शुक्कर खाना नंबर
११ (असर का
वक़्त २५ से
२७ साल उम्र)-
या अपने या
मर्द के कुल
तीन बहन/भाई
होंगे। खूबसूरत और अमीर
होंगे वर्ना बांझपन
या चमड़ी का
रोग होगा। जिसके
इलाज के लिए
तेल दान सबसे
उत्तम होगा। इसके
आलावा शादी के
वक़्त लड़की के
साथ चारपाई भी
दहेज़ में दी
जाये तो औलाद
में कोई रुकावट
ना होगी।
केतु खाना नंबर
११ (असर का
वक़्त ४८ से
५० साल उम्र)-
लड़का या दोहता
आने पर माता/saas
चली
जायेगी। माता कि
नज़र कमज़ोर होगी।
सूरज-चन्द्र-बुध नंबर
१२ - जातक कि
१७ या ३४
साल उम्र में
पिता को आर्थिक
नुकसान या माता-नानी-दादी-सास
में से किसी
को ज़हर चढ़ने
के कारन नुकसान
या कष्ट या
मौत तक भी
होने कि सम्भावना
होगी।
सूरज खाना नंबर
१२- (असर १७
से २२ साल
उम्र)- परायी ममता से
दूर रहे, मर्द
औरत सुखी यानि
गृहस्थ में सुख
होगा। धर्म का
पालन करते रहने
से गृहस्थ में
सुखी होगा। झूठ-फरेब-ईर्ष्या
से बचे
चन्द्र खाना नंबर
१२ (असर २४
साल में)- इस
घर में चन्द्र
अशुभ फल देने
वाला माना गया
है अक्सर माता/सास
कि सेहत में
कमी रहती है
भाई बंद पानी
कि बजाय दूध
कि नहर में
नहाते होंगे। मंदी
हालत के समय
घर में बरसात
का पानी टीन
के पीपे में
भरकर रखने से
चन्द्र का नेक
फल मिलने लगेगा।
खुद पढ़े या
ना पढ़े मगर
पढ़े हुओं का
बाप यानि बहुत
अकलमंद होंगे। तालीम अपनी
कीमत दे देगी।
बुध खाना नंबर
१२- इस ग्रह
का ताल्लुक व्यापर
से है लड़की
कि कुंडली में
बुध १२ कभी
अशुभ फल नहीं
देगा अतः यदि
व्यापार करने वाले
होंगे तो नेक
फल ही होगा।
ऐसे व्यक्ति से
बिलकुल शादी न
करे जिसकी कुंडली
में भी बुध
नंबर १२ बैठा
हो
पितृ ऋण- आपकी
कुंडली में बृहस्पत
से सम्बंधित पितृ
ऋण भी बनता
है अतः घर
के पास (१६
कदम के अंदर)
पीपल को ४३
वीरवार जल चढ़ाये।
साथ ही कुल
खानदान (माता-पिता-भाई-बहन-चाचा-ताया-दादा-दादी-मामा-मामी-नाना-नानी)
सबसे बराबर पैसे
लेकर अपने हिस्से
समेत मंदिर में
दान करे तथा
इसी तरह कुल
खानदान के बराबर
के पैसों से
यग्ग करवाये।
नोट: उपरोक्त सम्पूर्ण जनम
फल ग्रहों की
स्थिति अनुसार बताया गया
है, उसमे स्वयं
व्यक्ति के अपने
शुभ या अशुभ
कर्मों द्वारा फलकथन में
कमी बेशी आने
की समभावना रहती
है अतः उपरोक्त
बताये गए उपायों
द्वारा आप शुभ
कर्मों को अपना
कर और अशुभ
कर्मों को त्याग
कर ग्रहों के
अशुभ फलों को
कम कर सकते
हैं। अंततः इश्वर
के बनाये नियम
अटल हैं हर
इंसान अपने कर्मों
का फल भोगने
ही आता है
जो की अटल
है अतः शुभ
कर्म करे ताकि
आने वाला समय
शुभ हो। बाकी
सब दुनियावी हिसाब
किताब है कोई
दावा-ऐ-खुदाई
नहीं। धन्यवाद्।
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